सेनसैशनल बैट्समैन ईशान किशन चर्चा में हैं। मुंबई इंडियंस के लिए उन्होंने 84 रन की धुआंधार खेली। उन्होंने कुल 16 गेंदों में अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की। यह इस साल के IPL की फास्टेस्ट फिफ्टी है।
8 अक्टूबर को टूर्नामेंट के लास्ट लीग मैच में मुंबई का सामना सनराइजर्स हैदराबाद से हुआ। कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। ओपनर ईशान किशन ने कप्तान का बखूबी साथ निभाया।
इतनी धुआंधार रही Fastest fifty of IPL 2021
ईशान ने पारी का आगाज छक्का लगाकर किया। हैदराबाद के मो. नबी ने उन्हें उस ओवर में कोई लूज बॉल नहीं दी। लेकिन दूसरे ओवर में ईशान ने चौकों की हैट्रिक लगा दी। बॉलर सिद्धार्थ कौल अपना सिर पीटकर रह गए।
तीसरे ओवर में नबी ने भी घुटने टेक दिए। ईशान ने स ओवर में दो चौके लगाए। चौथे ओवर डालने आए जेसन होल्डर। ईशान किशन ने उन्हें भी जमकर धोया।
उन्होंने उस ओवर की 4th बॉल पर छक्का जड़ा। घबराए होल्डर लय खो बैठे। उन्होंने अगली बॉल वाइड डाली। ओवर की लास्ट दोनों गेंदों पर किशन ने चौके जमाए और अपना पचासा पूरा किया।
ईशान ने 32 गेंदों में 84 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 11 चौके और 4 सिक्स जड़े। 10वें ओवर में उमरान मलिक ने उनकी धुआंधार बैटिंग पर ब्रेक लगाया। मुंबई ने हैदराबाद को 42 रन से हराया। ईशान किशन मैन ऑफ द मैच रहे।
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दो गेंदों से चूके IPL रिकॉर्ड
ईशान Fastest fifty of IPL लगाने से चूक गए। यह रिकॉर्ड लोकेश राहुल के नाम है। उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब से खेलते हुए यह रिकॉर्ड बनाया था।
8 अप्रैल 2018 को मोहाली में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ राहुल ने कुल 14 बॉल्स में फिफ्टी लगाई थी। उन्होंने साल 2014 में यूसुफ पठान द्वारा बनाए 15 गेंदों में पचासे के रिकॉर्ड को तोड़ा था।
राहुल ने अपनी हाफ सेंचुरी में 6 चौके और 4 छक्के लगाए थे।
…पर बरकरार है युवी का वर्ल्ड रिकॉर्ड
ईशान ने तूफानी पारी खेली। लेकिन वे युवराज सिंह का 14 साल पुराना रिकॉर्ड नहीं तोड़ सके। युवी ने 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में Fastest fifty का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने महज 12 गेंदों में अपना पचासा जड़ा था।
यही नहीं, युवी ने एक ही ओवर में लगातार 6 छक्के भी लगाए थे।
ऐसा था युवराज की Fastest fifty का रोमांच
टीम इंडिया के स्टार रहे युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ डरबन में बेहतरीन 58 रन की पारी खेली थी।
18वें ओवर की समाप्ति तक टीम इंडिया का स्कोर 3 विकेट पर 171 रन था। तभी इंग्लैंड के एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने युवराज सिंह पर कुछ छींटाकशी कर दी। इस पर गुस्साए युवी ने बल्ले से अपना बदला लिया।
19वें ओवर में गेंदबाजी करने आए स्टुअर्ट ब्रॉड को युवी का पूरा गुस्सा झेलना पड़ा। युवराज ने पहली गेंद पर जोरदार छक्का लगाया। युवी के इस शॉट को देख कर कमेंट्री कर रवि शास्त्री के मुंह से सिर्फ एक शब्द निकला, वाह!
अगले गेंद पर युवी ने बैकवर्ड स्क्वेयर लेग बाउंड्री की ओर एक जोरदार छक्का लगाया। तीसरी गेंद पर ब्रॉड ने शॉर्ट पिच गेंद डाली। युवराज ने आगे बढ़ कर एक्स्ट्रा कवर की ओर शॉट खेल कर फिर से गेंद को बाउंड्री पार पहुंचा दिया। गेंद स्कोरबोर्ड को पार करती पीछे चली गई।
बदला एंगल, फिर भी ब्रॉड हुए फेल
लगातार तीन छक्के झेल कर इंग्लैंड की हालत खस्ता हो गई थी। ब्रॉड ने एंगल बदलते हुए राउंड द विकेट गेंद डाली। युवी की बल्लेबाजी पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने चौथी गेंद को भी बैकवर्ड प्वाइंट की ओर छक्का लगा दिया। घबराहट में ब्रॉड फुल टॉस गेंद डाल बैठे थे, युवी ने उन्हें इसकी सजा देते हुए ओवर का चौथा छक्का लगाया।
उस ओवर में युवी को जैसे गेंद फुटबॉल जैसी दिख रही थी। पांचवीं गेंद पर उन्होंने एक घुटने को जमीन पर टेकते हुए मिडविकेट के ऊपर से छक्का लगाया। गेंद सीधे जा कर स्टैंड्स में दर्शकों के पास गिरी।
छठी गेंद पर सभी की निगाहें इस अनोखे रिकॉर्ड पर टिक गई थीं। फर्स्ट क्लास मैच में लगातार 6 छक्के लगाने वाले कमेंट्री बॉक्स में बैठे रवि शास्त्री भी उत्साहित हो गए। जैसे ही युवी ने ओवर की आखिरी गेंद को मिड ऑन बाउंड्री के पार पहुंचाया, वे चिल्ला उठे। डरबन के सभी दर्शक अपनी सीट से उछल पड़े और युवराज के नाम के नारे लगाने लगे।
युवी यहीं नहीं थमे। उन्होंने अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर भी छक्का लगाया। उन्होंने महज 14 मिनट की पारी में 16 गेंदों पर 3 चौकों व 7 छक्कों की मदद से 58 रन बनाए थे।