विराट कोहली विजडन प्लेयर ऑफ द डीकेड चुने गए हैं। विजडन ने दशक (डीकेड) के टॉप 5 क्रिकेटर्स के नाम अनाउंस किए। इस स्पेशल लिस्ट में एकमात्र इंडियन हैं विराट। उनके अलावा स्टीव स्मिथ, एबी डिविलियर्स, डेल स्टेन और महिला क्रिकेटर एलीस पैरी टॉप 5 में शुमार हैं।
क्रिकेट की बाइबल के नाम से जानी जाती है विजडन। विराट के लिए विजडन लिखता है, “वो एक जीनियस है, जो हर चैलेंज के लिए तैयार रहता है। 2014 के इंग्लैंड टूर से इसी साल बांग्लादेश टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने 63 के एवरेज से रन बनाए हैं। उन्होंने इस पीरियड में 21 सेंचुरी और 13 फिफ्टी भी लगाई हैं।”
“विराट के आंकड़े चमत्कारी हैं। वे तीनों फॉर्मेट्स में 50+ एवरेज रखने वाले एकमात्र बैट्समैन हैं। उनके कंपीटीटर स्टीव स्मिथ भी उन्हें बेस्ट मानते हैं।”
आइए जानें पिछले 10 साल में कैसा रहा इन टॉप 5 का परफॉर्मेंस…
विराट कोहली
विराट की टेस्ट क्रिकेट में एंट्री दशक (26 दिसंबर 2009 – 26 दिसंबर 2019) शुरू होने के डेढ़ साल बाद हुई। मौका था इंडिया का वेस्ट इंडीज टूर। तब टीम में वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और सचिन तेंडुलकर जैसे दिग्गज मौजूद थे। डेब्यू मैच में विराट फ्लॉप रहे। वे कुल 19 रन बना सके।
कोहली का रियल टैलेंट दिखा 2012 के ऑस्ट्रेलिया टूर पर। टीम बुरी तरह निराश थी। मेजबान पहले दो टेस्ट जीतकर 2-0 से आगे था। सीरीज का तीसरा टेस्ट पर्थ में हुआ। जिस मैदान पर सचिन, द्रविड़, लक्ष्मण, सहवाग जैसे दिग्गज फेल हुए, वहीं विराट ने लास्ट इनिंग में 75 रन की सॉलिड नॉक खेली। हालांकि वे टीम की हार नहीं टाल सके। ऑस्ट्रेलिया पारी से जीता।
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चौथा टेस्ट एडिलेड में हुआ। इस बार भी विराट के अलावा कोई बल्लेबाज नहीं चला। उन्होंने फर्स्ट इनिंग में 116 रन बनाए। लेकिन टीम हार गई। मेजबान सीरीज 4-0 से जीता।
दो साल बाद इंडिया दोबारा ऑस्ट्रेलिया टूर पर पहुंची। इस दौरान विराट 5 टेस्ट सेंचुरी लगा चुके थे। इनमें से एक साउथ अफ्रीका और एक न्यूजीलैंड में आई।
2014 के ऑस्ट्रेलिया टूर पर विराट ने 86.5 के एवरेज से 692 रन बनाए। इसमें 4 सेंचुरी और 1 फिफ्टी शुमार रही। ऑस्ट्रेलिया में यह एक इंडियन द्वारा अबतक का बेस्ट इंडियन परफॉर्मेंस है। उनसे पहले यह रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम था। उन्होंने 2003-04 के टूर पर 619 रन बनाए थे।
कप्तानी में रचा इतिहास
साल 2018 में विराट ने इतिहास बदला। उनकी कप्तानी में इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उसी के मैदान पर हराया। इस एक दशक में विराट कप्तान भी बने और वर्ल्ड के नंबर 1 टेस्ट बैट्समैन भी। उन्होंने टीम को भी नई बुलंदियों पर पहुंचाया।
विराट अबतक तीन बार टेस्ट में, 8 बार वनडे में और 6 बार टी-20 में प्लेयर ऑफ द सीरीज/टूर्नामेंट रहे। इनमें से 8 अवॉर्ड विदेशी मैदान पर मिले। साल 2013-14 और 2015-16 टी-20 वर्ल्ड कप में वे टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर चुने गए।
पिछले 10 साल में विराट का परफॉर्मेंस इस तरह से रहा…
(26 दिसंबर 2009 - 26 दिसंबर 2019) | रन | मैच (इनिंग) | एवरेज | सेंचुरी/फिफ्टी | हाई स्कोर |
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टेस्ट | 7202 | 84 (141) | 54.97 | 27/22 | 254* |
वनडे | 11125 | 228 (220) | 60.79 | 42/52 | 183 |
टी-20 | 2633 | 75 (70) | 52.66 | 0/24 | 94* |
स्टीव स्मिथ
स्मिथ को ब्रैडमैन के बाद ऑस्ट्रेलिया का दूसरा बेस्ट बैट्समैन कहा जाता है। उन्होंने करियर की शुरुआत साल 2010 में बतौर लेग स्पिनर की थी। जल्दी ही उनकी बैटिंग स्किल्स चर्चा में आ गईं। डेब्यू के पांच साल बाद उन्हें टीम की कमान थमाई गई। वे ऑस्ट्रेलिया के 45वें टेस्ट कैप्टन हैं। तब वे महज 25 साल के थे। 2015 वर्ल्ड कप में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसी के दम पर उन्हें तीनों फॉर्मेट की कप्तानी थमा दी गई।
मार्च 2018 में ऑस्ट्रेलियाई टीम साउथ अफ्रीका टूर पर थी। तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के कैमरन बैनक्रॉफ्ट कैमरे पर बॉल को घिसते हुए स्पॉट किए गए। दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान स्मिथ ने शॉकिंग खुलासा किया। उन्होंने स्वीकार किया कि गेंद को चेंज करने के लिए उन्होंने टेप लगाया था। मैच रैफरी एंडी पायक्रॉफ्ट ने इसे लेवल 2 ऑफेंस माना। स्मिथ को कप्तानी से हटाया गया और एक साल का बैन लगा।
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1 अगस्त 2019 को एशेज सीरीज से उन्होंने टेस्ट में वापसी की। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने 9 टेस्ट खेले। जिसमें से पांच में उसे हार मिली।
स्मिथ ने टेस्ट में 7000+ रन के साथ 112 कैच भी लिए हैं। यह कारनामा कुल 29 क्रिकेटर कर पाए हैं। कोहली ने भी स्मिथ से ज्यादा रन तो बनाए, लेकिन कैच में वे सेंचुरी से 20 कदम दूर हैं।
स्मिथ के टेस्ट करियर का आगाज विराट से एक साल पहले जुलाई 2010 में हुआ। इसके बावजूद उन्होंने कोहली से कम टेस्ट खेले हैं। स्मिथ को टेस्ट स्पेशलिस्ट कहा जाता है। उन्होंने अबतक 71 टेस्ट, 118 वनडे और 36 टी-20 खेले हैं।
(26 दिसंबर 2009 - 26 दिसंबर 2019) | रन | मैच (इनिंग) | एवरेज | सेंचुरी/फिफ्टी | हाई स्कोर |
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टेस्ट | 7149 | 72 (129) | 63.83 | 26/28 | 239 |
वनडे | 3810 | 118 (104) | 41.41 | 8/23 | 164 |
टी-20 | 577 | 36 (28) | 27.47 | 0/4 | 90 |
एबी डिविलियर्स
साउथ अफ्रीका के बेहतरीन ऑलराउंडर हैं डिविलियर्स। जितने लाजवाब बैट्समैन, उतने ही फुर्तीले विकेटकीपर। इन्होंने साल 2018 में क्रिकेट को अलविदा कहा। एबी विजडन की लिस्ट में सबसे एक्सपीरियेंस्ड हैं। इन्होंने क्रिकेट में एंट्री दिसंबर 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से की। उसके बाद से ये अपनी बैटिंग से धमाल मचाते रहे हैं।
डिविलियर्स को 360 डिग्री क्रिकेटर कहा जाता है। वे ग्राउंड के किसी भी कोने पर सिक्स मार सकते हैं। फिर चाहे बॉलर स्पिनर हो या पेसर, रिजल्ट सेम रहता है- छक्का। यही नहीं, इन्होंने डेब्यू बतौर टेस्ट ओपनर किया था, लेकिन करियर में 1 से 8 तक, हर पोजिशन पर बैटिंग कर चुके हैं।
इनकी एंट्री बतौर डेजिग्नेटेड विकेटकीपर नहीं हुई थी। लेकिन मार्क बाउचर की दुर्भाग्यपूर्ण चोट ने डिविलियर्स को यह जिम्मेदारी दे दी।
इस दशक में वे साउथ अफ्रीका के दूसरे बेस्ट टेस्ट बैट्समैन हैं। उनसे ज्यादा रन सिर्फ हाशिम अमला ने बनाए हैं। वनडे में वे वर्ल्ड के चौथे बेस्ट बैट्समैन हैं। 2019 के वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका उनके बिना उतरी। एबी की कमी साफ नजर आई। अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप के लिए उनकी वापसी करवाने की कोशिशें की जा रही हैं।
(26 दिसंबर 2009 - 26 दिसंबर 2019) | रन | मैच (इनिंग) | एवरेज | सेंचुरी/फिफ्टी | हाई स्कोर |
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टेस्ट | 5111 | 61 (100) | 56.78 | 13/28 | 278* |
वनडे | 6485 | 135 (129) | 64.20 | 21/33 | 176 |
टी-20 | 1276 | 55 (53) | 27.14 | 0/7 | 71 |
डेल स्टेन
दशक के बेस्ट फास्ट बॉलर्स में शुमार हैं डेल स्टेन। इन दस सालों में उन्होंने खेल के तीनों फॉर्मेट्स में बेहतरीन परफॉर्मेंस दिया। टेस्ट में वे छठे नंबर पर हैं और वनडे में 12वें। इसके बावजूद विजडन ने उन्हें जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गजों से आगे रखा है। इसकी वजह है उनका अपनी टीम के लिए परफॉर्मेंस।
स्टेन का करियर डिविलियर्स के साथ ही शुरू हुआ था। 2009 से 2019 के दौरान स्टेन साउथ अफ्रीका के लीडिंग विकेटटेकर रहे। उन्होंने टेस्ट में 269 और वनडे में 145 विकेट झटके।
स्टेन बॉल को दोनों तरफ स्विंग करवाते हैं। इसके साथ ही एक्यूरेसी उनका घातक हथियार रहा। साल 2008 में वे साउथ अफ्रीका के लिए सबसे तेज 100 विकेट झटकने वाले बॉलर बने।
साल 2012 में साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को उसी के मैदान पर हराया। पहले टेस्ट में स्टेन ने 7 विकेट झटके। उनकी टीम पारी और 12 रन से जीती। उन्होंने तीन टेस्ट की सीरीज में 15 विकेट झटके। साउथ अफ्रीका ने सीरीज 2-0 से जीती।
(26 दिसंबर 2009 - 26 दिसंबर 2019) | विकेट | मैच (इनिंग) | एवरेज | बेस्ट इनिंग | बेस्ट मैच |
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टेस्ट | 269 | 60 (109) | 22.48 | 7/51 | 11/60 |
वनडे | 145 | 90 (90) | 24.80 | 6/39 | -- |
टी-20 | 38 | 30 (30) | 18.65 | 4/41 | -- |
एलिस पैरी
ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर है एलिस। इन्होंने जुलाई 2007 में वनडे करियर का आगाज किया था। तब इनकी उम्र कुल 16 साल 261 दिन थी। पहले ही मैच में उन्होंने यंगेस्ट वुमन डेब्यूटांट का ऑस्ट्रेलियाई रिकॉर्ड बनाया। तभी से पैरी ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट पर राज कर रही हैं।
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एलिस को टी-20 स्पेशलिस्ट कहा जाता है। लेकिन टेस्ट में भी उनका रिकॉर्ड बेहतरीन रहा। इस दशक में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में उनसे ज्यादा विकेट किसी ऑस्ट्रेलियाई महिला ने नहीं लिए। टेस्ट क्रिकेट में एलिस वर्ल्ड की बेस्ट बल्लेबाज हैं। वनडे में भी उनका ऑलराउंड परफॉर्मेंस बेहतरीन है।
पैरी सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, फुटबॉल भी खेलती हैं। वे ऑस्ट्रेलिया के लिए वर्ल्ड कप फुटबॉल भी खेल चुकी हैं। वे ऑस्ट्रेलिया की पहली खिलाड़ी हैं जिसने दो खेलों में वर्ल्ड कप खेला है। यही कारण हैं, जिनकी वजह से वे विजडन प्लेयर ऑफ द डीकेड चुनी गईं।
(26 दिसंबर 2009 - 26 दिसंबर 2019) | विकेट | मैच (इनिंग) | एवरेज | बेस्ट इनिंग | बेस्ट मैच |
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टेस्ट | 26 | 6 (11) | 16.73 | 6/32 | 9/70 |
वनडे | 116 | 81 (80) | 23.62 | 7/22 | -- |
टी-20 | 97 | 102 (98) | 19.31 | 4/12 | -- |
रन | मैच (इनिंग) | एवरेज | सेंचुरी/फिफ्टी | हाई स्कोर | |
टेस्ट | 573 | 6 (9) | 114.60 | 2/2 | 213* |
वनडे | 2711 | 81 (66) | 66.12 | 2/26 | 112* |
टी-20 | 1065 | 102 (61) | 30.42 | 0/4 | 60* |