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क्यों बाहर हैं कुलदीप? कोहली दें जवाब

अगले टी-20 वर्ल्ड कप में स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल साथ नहीं खेल पाएंगे। कप्तान विराट कोहली कुलदीप यादव को लेकर अपने प्लान के बारे में बताया। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टी-20 से पहले यह बातें बताईं। उनके मुताबिक टीम में दो क्वालिटी रिस्ट स्पिनर्स का होना लग्जरी है। लेकिन एक ही मैच में दोनों साथ खेलें, यह मुश्किल है।

रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर बॉलिंग ऑलराउंडर हैं। वे बॉल के साथ ही बैट से भी कॉन्ट्रिब्यूट कर सकते हैं। प्लेयिंग इलेवन का सिलेक्शन कंडीशन्स पर ही डिपेंड करेगा। आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप अक्टूबर 2020 में खेला जाएगा। इसकी मेजबानी ऑस्ट्रेलिया कर रहा है।

चहल से आगे हैं कुलदीप

पिछले दो सालों में कुलदीप कुल 13 टी-20 खेले हैं। वहीं युजवेंद्र को 22 मैचों में मौका मिला है। इसके बावजूद विकेट लेने के मामले में कुलदीप चहल से तीन विकेट पीछे हैं। उनका एवरेज युजी से कहीं बेहतर है।

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कुलदीप ने जहां 13 मैचों में 11.31 के एवरेज से 29 विकेट लिए हैं। वहीं 32 विकेट लेने के लिए युजवेंद्र ने 22 मैच खेले हैं। उनका एवरेज 22.75 का है। हालांकि, इसके बावजूद कुलदीप को गिरते फॉर्म का हवाला देकर बाहर बैठाया जाता है।

पिछले दो सालों में कुल 2 इंडियन बॉलर मैच में 5 विकेट ले पाए हैं। इनमें से एक हैं कुलदीप और दूसरे भुवनेश्वर कुमार। कुलदीप ने 3 जुलाई 2018 को इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट लिए। मैनचेस्टर में हुए मुकाबले में उन्होंने 24 रन देकर 5 बल्लेबाज आउट किए थे। वे मैन ऑफ द मैच भी रहे।

साथ चटकाए 41 विकेट

चहल और कुलदीप की स्पिन जोड़ी 10 टी-20 में साथ खेली। दोनों ने साथ 41 विकेट झटके। इसमें से चहल ने 19 और यादव ने 22 बल्लेबाजों को आउट किया। इन्हीं 10 मैचों में कुलदीप का करियर बेस्ट 5/24 भी देखने को मिला।

वनडे की बात करें तो दोनों 34 मैचों में साथ खेले। इस पेयर ने साथ मिलकर 118 विकेट झटके। कुलदीप के खाते में 65 तो चहल के पास 53 विकेट गए।

दोनों को प्रेजेंट क्रिकेट में बेस्ट स्पिन अटैक माना जाता है। खासकर छोटे फॉर्मेट में दोनों लीथल साबित होते हैं। कई बार मीडिया में इन्हें हॉट ‘कुल-चा’ भी कहा गया।

घर से बाहर रहे इफेक्टिव

10 में से पांच टी-20 दोनों ने साथ विदेशी पिच पर खेले। इन पांच मैचों में कुलदीप ने 14 और युजी ने 10 विकेट झटके। वनडे में भी घर से बाहर प्रदर्शन शानदार रहा। 25 मैचों में कुलदीप ने 48 तो चहल ने 41 विकेट लिए।

फास्ट बॉलर से स्पिनर बने कुलदीप

कुलदीप यादव कानपुर, यूपी के हैं। वे क्रिकेट एकेडमी फास्ट बॉलर बनने पहुंचे थे। उनके कोच कपिल पांडे ने उन्हें स्पिन बॉलिंग करने की सलाह दी। वे चाइनामैन बॉलर हैं। उन्होंने 17 की उम्र में पहला अंडर-19 मैच खेला। वे लगातार डॉमेस्टिक में अच्छा परफॉर्म कर रहे थे, लेकिन उन्हें सीनियर टीम में मौका नहीं मिला।

साल 2012 में उन्हें मुंबई इंडियंस के साथ खेलने का मौका मिला। उन्होंने नेट्स में सचिन तेंडुलकर को अपनी रॉन्ग-अन बॉल से आउट किया था। मार्च 2017 में उन्हें पहली बार टीम इंडिया में ब्रेक मिला। उसी साल उन्होंने तीनों फॉर्मेट में डेब्यू किया।

कुलदीप 6 टेस्ट मैचों में 24 के एवरेज से 24 विकेट ले चुके हैं। वनडे में उनके खाते में 96 विकेट हैं। टी-20 में उन्होंने 35 विकेट झटके हैं। इंडिया के लिए वनडे में 100+ विकेट कुल 21 बॉलर्स ने लिए हैं। कुलदीप इस लिस्ट में शामिल होने से 4 विकेट दूर हैं।

टी-20 में सबसे इफेक्टिव चहल

इंडिया के लिए टी-20 मैचों में 50+ विकेट 3 बॉलर्स ने लिए हैं। चहल का नाम इसमें शुमार है। उन्होंने 34 मैचों में 21.34 के एवरेज से 50 विकेट लिए हैं। इनमें से 40 विकेट जीते हुए मैचों में आए हैं। वे इंडिया के बेस्ट टी-20 बॉलर हैं।

कभी खेलते थे चैस

युजवेंद्र चहल हरियाणा के जिंद शहर के रहनेवाले हैं। स्कूल के दिनों में वे चैस खेला करते थे। वे इंडिया को जूनियर लेवल पर चैस में रिप्रेजेंट कर चुके हैं। इनके क्रिकेट करियर का आगाज साल 2009 में हुआ। उस साल कूच बेहार ट्रॉफी में इन्होंने 34 विकेट झटके थे। तभी सिलेक्टर्स का ध्यान इन पर गया। दो साल बाद इन्हें मुंबई इंडियन्स ने साइन किया। वे उस सीजन का आईपीएल मैच नहीं खेल सके।

उन्हें चैंपियंस लीग के लिए भी सिलेक्ट किया गया। मौका टूर्नामेंट के फाइनल में मिला। मुंबई का सामना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से था। चहल ने कुल 9 रन देकर 2 विकेट झटके। मुंबई ने वह मैच 31 रन से जीता और खिताब पर कब्जा जमाया।

2015 में बेंगलुरु टीम ने उन्हें साइन किया। उसके बाद चहल अनस्टॉपेबल हैं। उस सीजन में उन्होंने 18 के एवरेज से 23 विकेट झटके। वे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले इंडियन रहे।2016 के सीजन में भी उनकी बॉलिंग कमाल रही। उन्होंने 21 विकेट अपने नाम किए। 2017 और 2018 सीजन में चहल थोड़े फीके नजर आए। उन्होंने क्रमशः 14 और 12 विकेट लिए। इस साल के आईपीएल में वे फिर रंग में लौटे। उन्होंने 22 विकेट चटकाए।

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