पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ डेथ सेंटेंस सुनाई गई। इस्लामाबाद की स्पेशल कोर्ट ने यह फैसला दिया है। पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी पूर्व आर्मी चीफ को कैपिटल पनिशमेंट दी गई है। साल 2006 में इंडियन क्रिकेट टीम पाकिस्तान टूर पर थी। तब क्रिकेट मैचों के साथ मुशर्रफ का धोनी पर कमेंट भी काफी पॉपुलर हुआ था।
कप्तान गांगुली से पूछा था सवाल
पिछले साल पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने यह खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि मुशर्रफ ने उनसे धोनी के बारे में पूछा था। उस सवाल का गांगुली ने मजाकिया जवाब दिया था।
मुशर्रफ – ये धोनी को कहां से ले आए?
गांगुली – ये वाघा बॉर्डर पर घूम रहा था। वहीं से खींच लिया।
उस टूर पर धोनी काफी पॉपुलर हुए थे। खासकर उनके लंबे बालों ने ध्यान खींचा था। लाहौर वनडे में उन्होंने 46 गेंदों पर 72* रन बनाए। वे मैन ऑफ द मैच भी रहे। प्रेजेंटेशन के दौरान मुशर्रफ भी मैदान पर मौजूद थे।
“मैंने यहां कई पोस्टर देखे। सभी धोनी को हेयरकट करवाने की सलाह दे रहे हैं। अगर मेरी मानें तो आप हेयरकट मत करवाइए। आप पर लंबे बाल अच्छे लगते हैं।”
मैच के बाद इस अंदाज में मुशर्रफ ने धोनी की तारीफ की थी।
क्या हुआ था 2006 में?
टीम इंडिया साल 2006 में पाकिस्तान टूर पर गई थी। वहां 3 टेस्ट और 5 वनडे मैचों की सीरीज खेली गई। इंडिया की कप्तानी राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। वहीं पाकिस्तान के कप्तान थे इंजमाम उल हक।
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हार गए टेस्ट
इंडिया के लिए टेस्ट सीरीज निराशाजनक रही। टीम ने दो टेस्ट तो ड्रॉ करवाए, लेकिन कराची में हुए फाइनल टेस्ट में टीम 341 रन से हारी।
वनडे में भी मिली खराब शुरुआत
टेस्ट सीरीज में हार के बाद बारी थी वनडे की। 5 मैचों की सीरीज का पहला वनडे पेशावर में हुआ। सचिन तेंडुलकर ने बेहतरीन सेंचुरी लगाई। विकेटकीपर धोनी ने 68 रन की पारी खेली। टीम ने मेजबान के लिए 329 रन का टारगेट रखा।
जवाब में पाकिस्तानी ओपनर सलमान बट्ट ने भी शतक जड़ा। शोएब मलिक ने 90 रन बनाए। बारिश के कारण टारगेट घटकर 305 रन का हुआ। पाकिस्तान ने डकवर्थ लुईस नियम से मैच 7 रन से जीता।
1-1 से की बराबरी
दूसरा वनडे रावलपिंडी में था। इरफान पठान ने मैच की दूसरी ही गेंद पर ओपनर सलमान को आउट किया। वे खाता तक नहीं खोल पाए। इंडिया ने बेहतरीन फील्डिंग की। पाकिस्तान के तीन बल्लेबाज रन आउट हुए। मेहमान टीम को 266 रन का टारगेट मिला।
इंडिया के लिए यह लक्ष्य मुश्किल नहीं था। सहवाग ने 67 रन बनाए तो सचिन ने 42। कप्तान द्रविड़ ने भी 56 रन की पारी खेली। युवराज सिंह 82 रन बनाकर नॉटआउट रहे। इंडिया ने 43.1 ओवरों में टारगेट अचीव किया। 3 विकेट लेने वाले इरफान मैन ऑफ द मैच रहे।
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लाहौर में मिली लीड
तीसरा वनडे 13 फरवरी 2006 को लाहौर में था। शोएब मलिक ने 108 रन बनाए। लेकिन दूसरे छोर से उन्हें सपोर्ट न मिल सका। अब्दुल रज्जाक ने 64* रन बनाए। इंडिया को 289 रन का लक्ष्य मिला।
इंडिया की शुरुआत खराब रही। ओपनर गौतम गंभीर कुल 2 रन बनाकर आउट हुए। मोहम्मद आसिफ ने उन्हें क्लीन बोल्ड किया। कोच द्वारा टॉप ऑर्डर में लाए गए इरफान पठान। यह फैसला खराब रहा। पठान बिना खाता खोले दूसरी ही गेंद पर आउट हुए। कप्तान द्रविड़ ने थोड़ा संभाला, लेकिन वे 19वें ओवर में रन आउट हो गए।
अब क्रीज पर थे सचिन और युवराज। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 105 रन जोड़े। सचिन ने 95 रन की पारी खेली। सेंचुरी से पहले वे रज्जाक के हाथों आउट हुए।
अगले बल्लेबाज कैफ भी 0 पर आउट हुए। युवराज ने विकेटकीपर धोनी के साथ मोर्चा संभाला। युवी 79 रन और धोनी 72 रन बनाकर नाबाद रहे। इंडिया ने मैच 5 विकेट से जीता।
युवराज रहे सीरीज के स्टार
सीरीज का चौथा वनडे मुल्तान में हुआ। इस मुकाबले में इंडियन पेसर हावी रहे। पठान ने 3 और आरपी सिंह ने 4 विकेट झटके। पाकिस्तान की पूरी पारी 161 रन पर ऑलआउट हुई। वो भी 41.5 ओवरों में। कप्तान द्रविड़ ने 59 रन की पारी खेल टीम को सीरीज में 3-1 की अजेय लीड दिलाई।
कराची में हुआ फाइनल महज फॉर्मेलिटी था। यूनिस खान (74) और मो. यूसुफ (67) की फिफ्टी के दम पर मेजबान ने 287 रन का टारगेट दिया। इस मैच में कप्तान द्रविड़ ओपनिंग करने उतरे। उन्होंने 50 रन की पारी खेली।
फिर मोर्चा संभाला युवराज सिंह और धोनी ने। युवराज ने कुल 93 गेंदों में 107 रन बनाए। उन्होंने अपनी इनिंग में 14 चौके लगाए। वहीं दूसरे छोर से धोनी आतिशी अंदाज में खेले। उन्होंने 56 गेंदों में 77 रन बनाए। इसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल रहे। दोनों के बीच 146 रन की नॉटआउट पार्टनरशिप हुई।
युवराज सिंह प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए। उन्होंने 5 वनडे में 1 सेंचुरी समेत 344 रन बनाए। उस सीरीज में उनका एवरेज 172 का था।