सुपर 12 दौर में हुए इंग्लैंड बनाम श्रीलंका मैच में इस टी-20 वर्ल्ड कप की पहली सेंचुरी देखने को मिली। इंग्लैंड के जोस बटलर ने यह कारनामा किया। उनकी सेंचुरी के दम पर इंग्लैंड ने श्रीलंका को 26 रन से हराया। यह इंग्लिश टीम की लगातार चौथी जीत है।
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग चुनी। इंग्लैंड के महज 35 रन पर 3 विकेट गिराकर श्रीलंकाई गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सपोर्ट भी किया। लेकिन बटलर ने कप्तान मॉर्गन के साथ श्रीलंका के इरादों पर पानी फेर दिया।
कप्तान ने एक छोर से संभाला
इंग्लैंड की शुरुआत खराब हुई। ओपनर जेसन रॉय दूसरे ही ओवर में हसरंगा डिसिल्वा की बॉल पर बोल्ड हुए। वे कुल 9 रन ही बना सके।
अभी स्कोर 34 रन ही पहुंचा था, कि दुश्मंथा चमीरा ने डेविड मलान को क्लीन बोल्ड कर दिया। महज दो गेंदों बाद डिसिल्वा ने नए बैट्समैन जॉनी बेयरस्टो को LBW आउट कर दिया। अब इंग्लैंड का स्कोर 35 रन पर 3 विकेट था।
तीसरे विकेट के बाद बटलर का साथ देने आए मॉर्गन। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 112 रन की पार्टनरशिप हुई। मॉर्गन ने 36 गेंदों में 1 चौका और 3 छक्के लगाते हुए 40 रन बनाए। उन्हें 19वें ओवर में डिसिल्वा ने आउट किया।
टी-20 में इंग्लैंड के लिए चौथे विकेट की यह सबसे बड़ी साझेदारी है। मॉर्गन ने अपने ही रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने साल 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ केविन पीटरसन के साथ 112 रन की नॉटआउट पार्टनरशिप की थी। वह मैच दुबई में हुआ था। उसी रिकॉर्ड की बराबरी शारजाह के मैदान पर हुई।
वर्ल्ड कप की पहली सेंचुरी
टी-20 वर्ल्ड कप 2021 की पहली सेंचुरी जोस बटलर ने लगाई। उन्होंने कुल 67 गेंदों में 101* रन बनाए। उन्होंने अपने तूफानी शतक में 6 चौके और 6 छक्के जड़े। उनकी सेंचुरी के दम पर इंग्लैंड ने 163/4 का स्कोर बनाया।
इस टूर्नामेंट के इतिहास में इंग्लैंड के लिए सेंचुरी लगाने वाले वे दूसरे बैट्समैन हैं। उनसे पहले 2014 के वर्ल्ड कप में एलेक्स हेल्स ने यह कारनामा किया था। उन्होंने भी श्रीलंका के खिलाफ मैच में सेंचुरी लगाई थी। हेल्स ने 64 गेंदों में 11 चौके और 6 छक्के लगाते हुए नाबाद 116 रन बनाए थे।
साल 2007 से अब तक टी-20 वर्ल्ड कप में कुल 9 सेंचुरी लगी हैं। वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल के नाम दो सेंचुरी हैं। इंडिया के लिए यह कारनामा सिर्फ सुरेश रैना ने किया है। न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कुलम के नाम टी-20 वर्ल्ड कप की सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड है। उन्होंने साल 2012 में बांग्लादेश के खिलाफ 123 रन बनाए थे।
फाइट दिखाकर लड़खड़ाया श्रीलंका
इंग्लैंड की तरह श्रीलंका की शुरुआत भी खराब रही। ओपनर पाथुम निस्संका पहले ही ओवर में रन आउट हुए। फिर चौथे ओवर में चरिथ अस्लंका को अदिल राशिद ने आउट किया।
मैच का टर्निंग पॉइंट रहा कप्तान दासुन शनाका का विकेट। 11वेंवें ओवर की 5वीं गेंद पर भानुका राजपक्षे को क्रिस वोक्स ने आउट किया। वे 26 रन बनाकर पवैलियन लौट गए। तब श्रीलंका का स्कोर 76/5 था।
मुश्किल वक्त में कप्तान दसुन शनाका ने हसरंगा डिसिल्वा के साथ पारी को संभाला। दोनों के बीच छठवें विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी हुई। लेकिन 17वें ओवर में लिविंगस्टोन ने जोड़ी को तोड़ा। हसरंगा 34 रन बनाकर आउट हुए। टीम का स्कोर 129/6 पहुंच चुका था। जीत के लिए 19 गेंदों में 35 रन चाहिए थे। फिर आया ट्विस्ट।
18वें ओवर की दूसरी बॉल पर शनाका ने ऑफ साइड की तरफ लेट कट खेला। वे सिंगल लेना चाहते थे, लेकिन दूसरे छोर पर करुणारत्ने ने उन्हें वापस जाने का इशारा किया। करुणारत्ने सही थे। बॉल को विकेटकीपर बटलर ने लपक लिया था। बैट्समैन को बाहर देख बटलर ने एक ग्लव उतारा और बॉल स्टंप्स की तरफ मारी। उनका निशाना नहीं चूका और शनाका रन आउट हो गए।
इस विकेट के साथ ही श्रीलंका की उम्मीदें भी आउट हो गईं। 19वें ओवर तक पूरी श्रीलंका 137 रन पर ऑलआउट हुई।