क्या आप जानते हैं इंडिया के लिए पहली टेस्ट सेंचुरी रिकॉर्ड, वो भी विदेशी मैदान पर, किस बल्लेबाज के नाम है? यह सवाल quora पर पूछा गया। इस सवाल का जवाब है मुश्ताक अली। अली ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में यह कारनामा किया था। तारीख थी 27 जुलाई 1936। वह एक ऐतिहासिक पारी थी। सिर्फ अली ही नहीं, उनके पार्टनर विजय मर्चेंट ने भी उस पारी में सेंचुरी लगाई थी। लेकिन उसी दिन नहीं, बल्कि नेक्स्ट डे। आइए जानें इंडियन क्रिकेट की इस खास पारी के बारे में।
खस्ता थी टीम की हालत
जुलाई 1936 में विजिनगरम की कप्तानी में इंडियन टीम इंग्लैंड गई थी। तीन मैचों की सीरीज में पहला मैच मेजबान ने जीता था। दूसरा टेस्ट मैनचेस्टर में हुआ। इंडियन कैप्टन ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी। स्कोरबोर्ड पर 18 रन ही जुड़े थे कि ओपनर मुश्ताक अली रन आउट हो गए। इंग्लिश लेफ्ट आर्म स्पिनर हेडले वैरिटी ने मेहमान बल्लेबाजों की अच्छी खबर ली। उन्होंने कुल 41 रन देकर विजय मर्चेंट और सीएस नायुडू समेत चार विकेट झटके। इंडिया की पहली पारी 203 रन पर सिमट गई।
वैली हैमण्ड की दमदार सेंचुरी
इंग्लैंड की बल्लेबाजी शुरुआत में लड़खड़ाई। ओपनर गिम्बलेट को मोहम्मद निसार ने 9 रन के स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया। उनके बाद क्रीज पर आए वैली हैमण्ड। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की धुनाई करते हुए 167 रन बनाए। उन्होंने अपनी सेंचुरी में 21 चौके जड़े। उन्हें सीके नायुडू ने क्लीन बोल्ड किया। उनके अलावा स्टैन वर्थिंगटन (87) और जो हार्डस्टाफ (94) ने भी बड़ी पारियां खेलीं। इंग्लैंड ने पहली पारी 571/8 के स्कोर पर डिक्लेयर की।
ओपनर्स ने बचाई लाज
इंग्लैंड 268 रन की लीड ले चुका था। मैच बचाने के लिए किसी को टिककर खेलना ही था। ओपनर मुश्ताक अली और विजय मर्चेंट ने जिम्मेदारी अपने सिर ली। मुश्ताक ने मैदान के हर तरफ चौके लगाए। उन्होंने 17 चौकों की मदद से 112 रन बनाए।
वह एक ऐतिहासिक सेंचुरी थी। यह पहला मौका था जब किसी इंडियन ने घर से बाहर टेस्ट सेंचुरी लगाई थी। उनके बाद विजय मर्चेंट ने भी अपना शतक पूरा किया। उन्होंने 13 चौकों की मदद से 114 रन बनाए। दोनों ओपनर्स के बीच 203 रन की साझेदारी हुई। इन्हीं दो सेंचुरी की मदद से इंडिया ने वह मैच ड्रॉ करवाया।
पहली सेंचुरी पार्टनरशिप
सिर्फ पहली टेस्ट सेंचुरी रिकॉर्ड ही नहीं, यह पहली सेंचुरी पार्टनरशिप भी थी। इससे पहले किसी इंडियन पेयर ने घर के बाहर 100+ रन नहीं जोड़े थे। मर्चेंट और अली की जोड़ी ने 7 इनिंग्स में विदेशी मैदान पर ओपन किया। दोनों ने 83.72 के एवरेज से 584 रन जोड़े। इसमें दो सेंचुरी और 3 फिफ्टी प्लस पार्टनरशिप शुमार रहीं।
स्टाइलिश बैट्समैन थे मुश्ताक
सैयद मुश्ताक अली इंदौर के रहनेवाले थे। उनके पिता पुलिस इंस्पेक्टर थे। जितने वे अपनी बल्लेबाजी के लिए पॉपुलर थे, उतनी ही चर्चा थी उनकी स्टाइल की। वे अकसर गले में एक रुमाल बांधते थे। मुश्ताक को क्रिकेट टीम में लाने का क्रेडिट देश के पहले कप्तान रहे सीके नायुडू को दिया जाता है। तब वे महज 13 साल के थे। नायुडू ने उनका टैलेंट देख नेशनल लेवल ट्रेनिंग दिलवाई थी।
मुश्ताक ने पहला टेस्ट 5 जनवरी 1934 को खेला। मुकाबला डगलस जार्डीन की कप्तानी वाली इंग्लिश टीम से था। कोलकाता में हुए उस मैच की पहली पारी में वे मिडिल ऑर्डर में खेले। दूसरी पारी में ओपन करने को मिला, लेकिन वे फ्लॉप रहे। पहले दो टेस्ट मैचों में उनका टॉप स्कोर 18 रन का रहा।
दो साल बाद उन्हें इंग्लैंड टूर के लिए चुना गया। लॉर्ड्स में हुए पहले टेस्ट में 0 और 8 का स्कोर बना सके। फिर मैनचेस्टर टेस्ट में जो उन्होंने धमाका किया, वह ऐतिहासिक पारी आज तक याद की जाती है। उनके नाम घर से बाहर पहली टेस्ट सेंचुरी रिकॉर्ड है।
मुश्ताक ने महज 11 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने दो सेंचुरी और तीन फिफ्टी समेत 612 रन बनाए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वे बेहतरीन ऑलराउंडर रहे। उन्होंने 226 मैचों में 13,213 रन बनाए। इसमें 30 सेंचुरी और 63 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। उनका हाई स्कोर 233 रन का रहा। वे लेफ्ट आर्म स्पिन भी करते थे। उन्होंने फर्स्ट क्लास मैचों में 162 विकेट झटके। उनके खाते में इंग्लैंड के लेजेंड्री कप्तान डगलस जार्डीन का विकेट शामिल है। यह उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही लिया।
1964 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उनके नाम से घरेलू टी-20 चैंपियनशिप खेली जाती है। इसकी शुरुआत साल 2008 से हुई।
सचिन-द्रविड़ हैं जोड़ी नंबर 1
सबसे सफल जोड़ी राहुल द्रविड़ और सचिन तेंडुलकर की है। दोनों ने घर से बाहर 75 पारियों में पार्टनरशिप की। दोनों ने 51.77 के एवरेज से 3728 रन जोड़े। इसमें 12 सेंचुरी और 16 फिफ्टी शामिल हैं।
नंबर 1 ओपनिंग पेयर में सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली का नाम आता है। दोनों ने 39 पारियों में ओपन किया। इस जोड़ी ने 55.41 के एवरेज से 1995 रन जोड़े।
प्रेजेंट टाइम में विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे की जोड़ी सबसे सफल है। दोनों ने घर से बाहर 32 साझेदारियां की हैं। इनमें 55.87 के एवरेज से 1732 रन बने हैं।
द्रविड़ सहवाग की मैगा साझेदारी
घर से बाहर सबसे बड़ी साझेदारी का इंडियन रिकॉर्ड द्रविड़ और सहवाग के नाम है। दोनों दिग्गजों ने यह कारनामा पाकिस्तान में किया था। 13 जनवरी 2006 को लाहौर टेस्ट में 410 रन जोड़े थे। पाकिस्तान ने पहले बैटिंग कर 679/7d का पहाड़ स्कोर बनाया था। जवाब में द्रविड़ और सहवाग मैच के पांचवें दिन तक टिके रहे थे।
सहवाग ने 47 चौके और 1 छक्का लगाते हुए 254 रन बनाए थे। वहीं द्रविड़ 128 रन बनाकर नाबाद रहे थे। वीरू ने 247 तो राहुल ने 233 मिनट क्रीज पर बिताए थे। सहवाग की तूफानी पारी देखते हुए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
सचिन हैं नंबर 1
घर से बाहर मैग्जिमम टेस्ट रन सचिन तेंडुलकर ने बनाए हैं। उन्होंने 106 मैचों में 54.74 के एवरेज से 8705 रन बनाए। इसमें 29 सेंचुरी और 36 फिफ्टी शामिल हैं।
राहुल द्रविड़ इस वर्ल्ड रिकॉर्ड में दूसरे नंबर पर हैं। उनके खाते में 7690 रन हैं। उन्होंने घर से बाहर 94 टेस्ट मैच ही खेले हैं।