पेसर इरफान पठान का रिटायरमेंट अनाउंस हो चुका है। उनका एलान चौंकाने वाला है। उन्होंने लास्ट इंटरनेशनल मैच साल 2012 में खेला था। उसके बाद 8 साल तक डोमेस्टिक खेले। वापसी की उम्मीद खत्म होने के बाद उन्होंने ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया। इरफान वो गेंदबाज हैं, जिन्हें कभी इंडिया का वसीम अकरम कहा गया। स्विंग ऑफ सुल्तान उनका दूसरा नाम था। इतने टैलेंटेड होने के बावजूद उन्हें कुल 29 टेस्ट खेलने का मौका मिला। इंडियन क्रिकेट इतिहास में वे ऐसे पहले बॉलर नहीं। आज कुछ ऐसे ही बॉलर्स के बारे में बात करते हैं।
पहले ही ओवर में बजाई पाकिस्तान की बैंड
टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लेना आसान नहीं होता। इरफान यह कारनामा करने वाले वर्ल्ड के इकलौते बॉलर हैं। यह खास वर्ल्ड रिकॉर्ड पाकिस्तान में बना था। साल 2006 में इंडिया पाकिस्तान टूर पर थी। 29 जनवरी को कराची में टूर का तीसरा टेस्ट खेला गया। वह मैच मेजबान जीता था, लेकिन रिकॉर्ड एक इंडियन ने बनाया।
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कप्तान द्रविड़ ने पहले ओवर की जिम्मेदारी युवा इरफान को सौंपी। पहली तीन बॉल डॉट रहीं। चौथी बॉल पर इरफान ने सलमान बट्ट को चौंकाया। गेंद उनके बल्ले को छूती हुई पहली स्लिप पर तैनात द्रविड़ के हाथों में चली गई। अगले बल्लेबाज थे एक्सपीरियेंस्ड यूनिस खान। पठान ने उन्हें स्विंग होती फुल लेंथ बॉल पर lbw आउट किया। तीसरे बैट्समैन मोहम्मद यूसुफ और भी स्ट्रॉन्ग थे। लेकिन पठान ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया।
टेस्ट में हैट्रिक तो कई दिग्गजों ने ली हैं, लेकिन मैच के पहले ओवर में यह कारनामा सिर्फ इरफान के नाम है। यह रिकॉर्ड आज तक बरकरार है।
इरफान ने करियर का आगाज 12 दिसंबर 2003 को किया था। वह मैच एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। करियर में खेले 29 टेस्ट मैचों में उन्होंने 100 विकेट झटके। उन्हें 120 वनडे खेलने का मौका मिला। 50-50 मैचों में उन्होंने 173 विकेट चटकाए। 24 टी20 भी खेले, जिनमें 28 विकेट मिले।
27 की उम्र में 300+ इंटरनेशनल विकेट लेने वाले वे इंडिया के महज चौथे बॉलर हैं। इसके बावजूद उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले।
कहां ओझल हुए ओझा
ओडिशा से टीम में जगह बनाने वाले प्रज्ञान ओझा अब इंटरनेशनल सर्किट से गायब हैं। कहते हैं स्पिनर जोड़ियों में शिकार करते हैं। साल 2011 में जब प्रज्ञान ने आर अश्विन के साथ विकेट झटके, ऐसा लगा इंडिया को नई स्पिन जोड़ी मिल गई। लेकिन जल्दी ही ओझा ओझल हो गए।
दोनों बॉलर्स ने साथ 13 टेस्ट खेले, जिनमें प्रज्ञान ने 71 और अश्विन ने 77 विकेट झटके। ओझा 100 टेस्ट विकेट लेने वाले 5वें फास्टेस्ट इंडियन हैं। इस रिकॉर्ड में वे शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्राथ जैसे दिग्गजों से भी आगे हैं। उन्होंने करियर की 22वीं इनिंग में 100वां विकेट लिया।
प्रज्ञान को भी बेहतरीन परफॉर्मेंस के बावजूद ज्यादा मौके नहीं मिले। उन्होंने कुल 24 टेस्ट खेले। उनके खाते में 113 टेस्ट विकेट हैं।
ओझा ने लास्ट टेस्ट 14 नवंबर 2013 को खेला। वह मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ मुंबई में था। उस मैच की दोनों इनिंग्स में उन्होंने 5-5 विकेट लिए थे। उसी मैच में सचिन तेंडुलकर ने संन्यास लिया, और प्रज्ञान अच्छे परफॉर्मेंस के बावजूद आउट हुए।
पंच लगाकर भी मिश्रा हुए आउट
दिल्ली के लेग स्पिनर अमित मिश्रा का करियर भी अधर में रहा। अमित के टेस्ट करियर का आगाज भी रिकॉर्ड से हुआ था। साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया इंडिया टूर पर थी। मोहाली टेस्ट से पहले टीम के स्टार स्पिनर अनिल कुंबले चोटिल हुए। उनकी चोट ने रास्ता खोला अमित के लिए।
17 अक्टूबर को मैच शुरू हुआ। मेजबान ने पहले इनिंग में 469 रन बनाए। ऑस्ट्रेलियाई पारी के 22वें ओवर में मिश्रा ने ओपनर साइमन कैटिच को बोल्ड किया। इसके बाद उन्होंने माइकल क्लार्क और शेन वॉटसन समेत 4 और विकेट झटके। सेकंड इनिंग में उन्हें 2 विकेट मिले। डेब्यू टेस्ट इनिंग में 5 विकेट लेने वाले वे इंडिया के छठे गेंदबाज हैं। ओवरऑल डेब्यू टेस्ट में 5+ विकेट लेने वाले वे 8वें इंडियन हैं। इन्होंने 22 टेस्ट मैचों में 76 विकेट झटके।
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मिश्रा वनडे में भी एक्टिव रहे। उन्होंने डेब्यू साल 2003 में किया। लास्ट वनडे 29 अक्टूबर 2016 को खेला। 13 साल के करियर में उन्हें कुल 36 वनडे खेलने का मौका मिला।
इनका लास्ट वनडे भी बेहतरीन रहा। वह मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ विशाखापट्टनम में था। इंडिया ने 270 रन का लक्ष्य रखा था। मिश्रा की घातक बॉलिंग से मेहमान टीम 79 रन पर ऑलआउट हुई। उन्होंने कुल 6 ओवरों में 18 रन देकर 5 विकेट झटके थे। वे प्लेयर ऑफ द मैच भी चुने गए। इसके बावजूद उन्हें कोई और वनडे खेलने नहीं मिला।