इंडिया और पाकिस्तान के मुकाबले खास होते हैं। और जब बात वर्ल्ड कप की हो, तो जुनून दोगुना हो जाता है। ऐसा ही सनसनीखेज मुकाबला इस रविवार खेला जाएगा। टी-20 वर्ल्ड कप 2021 में इंडिया का पहला मुकाबला पाकिस्तान से होगा।
एक समय था जब पिच पर क्रिकेट के ‘भगवान’ सचिन तेंदुलकर राज करते थे। सचिन की क्रिकेटिंग स्किल्स ही कुछ ऐसी थीं, कि एक बार अंपायर को भी माफी मांगनी पड़ गई। उसी मुकाबले के बारे में बात करते हैं…
सचिन के आउट होते ही उछले थे पाकिस्तानी
मौका था india vs pakistan world cup 2011 का। मोहाली के मैदान पर दोनों चिरप्रतिद्वंद्वी आमने-सामने थे। टीम इंडिया पहले बैटिंग करने उतरी थी।
उस मैच में इंडिया के ओपनर थे सचिन तेंदुलकर। उनके साथी वीरेंद्र सहवाग छठे ओवर में आउट हो चुके थे। तीसरे नंबर पर बैटिंग को आए गौतम गंभीर।
इनिंग के 11वें ओवर में सईद अजमल ने सचिन के खिलाफ LBW की अपील की। अंपायर इयान गोल्ड ने बिना समय लगाए अपनी उंगली ऊपर उठा दी।
अंपायर द्वारा सचिन के विकेट का इशारा देख पाकिस्तानी खुशी से झूम उठे। तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज को आउट कर कौन खुश नहीं होता भला।
…फिर ऐसे गम में बदली पाकिस्तान की खुशी
एक तरफ पाकिस्तानी विकेट की खुशी मना रहे थे। दूसरी तरफ सचिन अपने पार्टनर गंभीर से डिस्कस करने पहुंच गए। गौतम से डिस्कशन के बाद सचिन ने DRS ले लिया।
टीवी रिव्यू में बॉल लेग स्टंप मिस कर रही थी। बॉल और स्टंप में दूरी ज्यादा नहीं थी। लेकिन चूंकि बॉल मिस कर रही थी, इसलिए टीवी अंपायर ने नॉटआउट का फैसला किया।
फील्ड अंपायर गोल्ड ने पहले माफी मांगी (यह डिसीजन चेंज करने का इशारा है, आईसीसी द्वारा मानित)। फिर उन्होंने नॉटआउट का इशारा किया। मोहाली के पूरे स्टेडियम में खुशी की लहर दौड़ गई।
सचिन ने खेली यादगार पारी
इसके बाद सचिन क्रीज पर जम गए। वे पाकिस्तान के हर गेंदबाज की जमकर धुनाई कर रहे थे। 22वें ओवर में शाहिद आफरीदी की बॉल पर चौका जड़कर उन्होंने अपना पचासा पूरा किया।
तेंदुलकर ने 115 गेंदों में 11 चौके जड़ते हुए 85 रन बनाए। उनका विकेट अजमल को ही मिला। लेकिन आउट होने से पहले सचिन मजबूत स्कोर की नींव रख चुके थे। इंडिया ने 260/9 का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में पाकिस्तान की टीम 231 रन पर ऑलआउट हुई। इंडिया मैच 29 रन से जीती और वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची। सचिन मैन ऑफ द मैच चुने गए।
पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड क्लास रिकॉर्ड
सचिन ने 2011 के सेमीफाइनल में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया था। वे वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बैट्समैन बने। उन्होंने 24 साल पुराने विवियन रिचर्ड्स के रिकॉर्ड को तोड़ा था।
वेस्ट इंडियन दिग्गज रिचर्ड्स ने पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप में 253 रन बनाए थे। सचिन ने उन्हें पीछे करते हुए नया कीर्तिमान बनाया। सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ 5 वर्ल्ड कप मैच खेले हैं। इनमें उन्होंने 78.25 के औसत से 313 रन बनाए।
हालांकि ये दोनों दिग्गज पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरी नहीं जमा सके। सचिन का हाई स्कोर 98 रन का रहा। वहीं विव रिचर्ड्स का बेस्ट स्कोर 80* रन रहा।
कम्बाइन्ड रिकॉर्ड में विराट हैं नंबर 1
यदि वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप के रिकॉर्ड मिला दें, तो विराट सचिन से बेहतर हैं। विराट ने दोनों फॉर्मेट्स के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 120.66 के एवरेज से 362 रन बनाए हैं।
इस साल टूट सकता है सचिन का वर्ल्ड रिकॉर्ड
इस साल के टी-20 वर्ल्ड कप में सचिन का वर्ल्ड रिकॉर्ड टूट सकता है। विराट कोहली या रोहित शर्मा नहीं, उनके रिकॉर्ड को चुनौती दे रहे हैं क्रिस गेल। यह रिकॉर्ड है, वर्ल्ड कप मैचों में सबसे ज्यादा रन (सभी अपोजिशन्स के खिलाफ)।
सचिन ने 45 वर्ल्ड कप मैचों में 2278 रन बनाए। इसमें 6 सेंचुरी और 15 फिफ्टी शुमार रहीं। गेल ने अबतक 63 वर्ल्ड कप मैच खेले हैं, वनडे-टी20 मिलाकर। उनके खाते में 2106 रन दर्ज हैं। महज 172 रन बनाकर वे इस वर्ल्ड रिकॉर्ड पर कब्जा जमा सकते हैं।
विराट कोहली को इस आंकड़े तक पहुंचने के लिए 470+ रन बनाने होंगे। जो कि इस टूर्नामेंट में असंभव से हैं।