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इंडिया U-19 वर्ल्ड चैंपियन – जीत के 4 सुपरहीरो

इंडिया U-19 वर्ल्ड चैंपियन

इंडिया U-19 वर्ल्ड चैंपियन बन गई। यश धुल की कप्तानी में टीम ने खिताब अपने नाम किया। अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया। इंग्लैंड पहले बैटिंग करते हुए 44.5 ओवरों में 189 रन पर ऑलआउट हुई। जवाब में इंडिया ने 18 बॉल बाकी रहते टारगेट हासिल कर लिया। निशांत सिंधू ने नॉटआउट 50 और शेख रशीद ने 50 रन बनाए। 5 विकेट लेने के साथ 35 रन बनाने वाले राज बावा मैन ऑफ द मैच रहे।

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यह तो सिर्फ फाइनल की कहानी है। लेकिन इंडियन टीम को खिताबी मुकाबले तक पहुंचाने में जिन युवा क्रिकेटरों का हाथ रहा, आइए जानते हैं…

यश धुल – बेहतरीन कप्तानी

दिल्ली के यश धुल युवा विराट की तरह नजर आए। उन्होंने न सिर्फ बेहतरीन कप्तानी की, साथ ही शानदार बल्लेबाजी का भी नजारा दिखाया। टूर्नामेंट के ओपनिंग मैच में इंडिया 11 रन पर 2 विकेट गंवाकर मुश्किल में पड़ गई थी। लेकिन धुल ने कप्तानी पारी खेलकर टीम को उबारा। उन्होंने शेख रशीद के साथ तीसरे विकेट के लिए 71 रन जोड़े। उन्होंने 11 चौके लगाते हुए 82 रन बनाए। इसी पारी की बदौलत टीम 232 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच सकी।

बांग्लादेश के खिलाफ मैच में टीम के सामने 112 रन का आसान लक्ष्य था। लेकिन टीम ने 75 रन पर ही 3 विकेट गंवा दिए। ऐसे में धुल ने कप्तान का रोल निभाते हुए 20 रन की नाबाद पारी खेली। सेमीफाइनल मुकाबले में यश ने सेंचुरी लगाई। उन्होंने 110 गेंदों में 10 चौके और 1 छक्का लगाते हुए 110 रन बनाए। उनकी सेंचुरी के दम पर इंडिया ने 290/5 का स्कोर बनाया।

19 साल के यश ने 4 मैचों में 76.33 के एवरेज से 229 रन बनाए। इसमें एक सेंचुरी और 1 फिफ्टी शामिल रहे। यश अंडर-19 वर्ल्ड कप में इंडिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले चौथे कप्तान बन गए हैं। यही नहीं, औसत में वे इंडिया के नंबर 1 अंडर-19 कप्तान बन गए। उन्होंने पृथ्वी शॉ के रिकॉर्ड (65.25) को तोड़ दिया। यही नहीं, अंडर-19 वर्ल्ड कप में बतौर कप्तान सेंचुरी लगाने वाले वे तीसरे खिलाड़ी भी बने। उनसे पहले उनमुक्त चंद और विराट कोहली ने यह कारनामा किया था।

राज बावा – तोड़ा 18 साल पुराना रिकॉर्ड

हिमाचल के राज बावा इस शानदार जीत के दूसरे बड़े नायक रहे। उन्होंने अपने ऑलराउंड परफॉर्मेंस से टीम को U-19 वर्ल्ड चैंपियन बनाया। बावा ने 6 मैचों में 63 के एवरेज से 252 रन बनाए। उनका हाई स्कोर 162* रन का रहा। यही नहीं बावा ने 16.66 के एवरेज से 9 विकेट भी लिए।

राज का कमाल पहले ही मैच में दिखा। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में 47 रन देकर 4 विकेट लिए। द. अफ्रीकी बैट्समैन डेवॉल्ड ब्रेविस कप्तान जॉर्ड वान हीरडेन के साथ बेहतरीन खेल रहे थे। लेकिन बावा ने उनके प्लान को फेल किया। सबसे पहले उन्होंने ब्रेविस (65 रन) को कप्तान धुल के हाथों कैच आउट करवाया। उसके बाद विपक्षी कप्तान (36 रन) को आउट किया। यदि ये दो बल्लेबाज वक्त पर आउट न होते, तो इंडिया मैच गंवा सकती थी। लेकिन बावा ने ऐसा नहीं होने दिया।

राज बावा ने आयरलैंड के खिलाफ 42 रन की उपयोगी पारी भी खेली। उगान्डा के खिलाफ मैच में बावा 162 रन बनाकर नाबाद रहे। इस टूर्नामेंट के इतिहास में यह सबसे बड़ी इंडियन पारी भी रही। उन्होंने शिखर धवन के 18 साल पुराने इंडियन रिकॉर्ड को तोड़ दिया। धवन ने साल 2004 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में नाबाद 155 रन की पारी खेली थी।

बावा ने मैच विनिंग परफॉर्मेंस दिया फाइनल मैच में। उन्होंने पहले कुल 31 रन देकर 5 विकेट झटके। इसके बाद 35 रन की उपयोगी पारी खेली। बावा ने सिंधू के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी निभाई। वे प्लेयर ऑफ द मैच रहे।

विकी ओस्तवाल – फिरकी का कमाल

इंडिया U-19 वर्ल्ड चैंपियन बनी, इसमें एक बड़ा रोल युवा लेफ्टी स्पिनर विकी ओस्तवाल का भी रहा। वे इंडिया के नंबर 1 विकेटटेकर रहे। विकी ने 6 मैचों में 13.33 के एवरेज से 12 विकेट लिए। विकी का पहला कमाल ओपनिंग मैच में देखने को मिला। साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में विकी ने 28 रन देकर 5 विकेट लिए। इस परफॉर्मेंस के लिए वे मैन ऑफ द मैच भी रहे।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भी वे असरदार रहे। उन्होंने ओपनर कैलावेय के कीमती विकेट समेत 3 विकेट झटके।

रवि कुमार – मिला लेफ्ट आर्म तेज गेंदबाद

18 साल के रवि कुमार लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर हैं। उन्होंने टूर्नामेंट में कुल 9 विकेट लिए। लेकिन हर विकेट असरदार रहा। बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में उन्होंने 3 टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों को आउट किया। सेमीफाइनल में भी वे चमके। उन्होंने पहले ऑस्ट्रेलियाई ओपनर टीग वायली को सस्ते में आउट किया। उसके बाद हाफ सेंचुरी लगाने वाले लाचलान शॉ को क्लीन बोल्ड कर इंडिया का रास्ता साफ किया।

खिताबी मुकाबले में रवि ने मैन ऑफ द मैच बावा से महज 1 विकेट कम लिया। लेकिन उनकी गेंदबाजी ज्यादा असरदार रही। उन्होंने सबसे पहले ओपनर जेकब बेथैल (1) और कप्तान टॉम प्रेस्ट (0) को सस्ते में आउट किया। महज 61 रन पर 6 विकेट गिरने के बाद जेम्स रियू 95 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर की तरफ ले जा रहे थे। लेकिन रवि कुमार ने 44वें ओवर की पहली ही गेंद पर उन्हें चलता किया। उन्होंने 34 रन देकर 4 विकेट झटके।

आंकड़ों का सोर्स – क्रिकइंफो

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